21वी सदी की पीढ़ी को विचलित करती 19वी सदी की बीमार शिक्षा प्रणाली

एक बार जानवरों ने निर्णय लिया कि वे ‘‘नई दुनिया’’ की समस्याओं से निपटने के लिए साहसिक क़दम उठाएंगे। इसलिए उन्होंने एक स्कूल बनाया। उन्होंने इसका पाठ्यक्रम बनाया, जिसमें दौड़ना, चढ़ना, तैरना और उड़ना शामिल था। पाठ्यक्रम पढ़ाने में आसानी रहे, इसलिए सभी जानवरों को सभी विषय अनिवार्य रूप से लेने थे। बत्तख तैरने में […]

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6 Tips के साथ खुद को बनायें सेहतमंद, ये है Benefits

सेहत सबसे बड़ी नेमत है। इसके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। हाँ, हम डॉक्टर बिना सेहत के अपने रोगियों का इलाज भी नहीं कर सकते। मेरा मानना है कि ऐसा कहना गलत है कि सेहत ही दौलत है, जबकि सत्य यह है कि सेहत दौलत से कहीं बढ़कर है। हमारी सेहत ही हमारा […]

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महाभारत के संजय से दो बातें सीखें हमारे पत्रकार

हिन्दू धर्मावलंबियों की सबसे पवित्र पुस्तकों में से एक गीता में महाभारत के युद्ध के दौरान श्रीकृष्ण द्वारा अजुर्न को दिये गए उपदेशों का संकलन है। श्रीकृष्ण द्वारा दिये गए इन उपदेशों को संजय द्वारा धृतराष्ट्र को बताया जाता है। संजय द्वारा बताए गए 700 श्लोकों को गीता में 18 अध्यायों में बांटा गया है। […]

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दोस्त तुम मेरी दवा भी हो

मेरा चिकित्सकीय अनुभव मुझे यही सिखाता है किः ‘‘सच्चा मित्र वह है जिसके होने पर आप डॉक्टर, दवाई और बीमारियाँ सब कुछ भूल जाते हैं।’’ हाँ, सच्चा मित्र एक चिकित्सक भी होता है, वह औषधि भी है और वह बीमारियों को चुटकी में नष्ट कर देने वाली प्रार्थना भी। मैंने अपने चिकित्सा कैरियर में यह […]

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चलना ही ज़िन्दगी है

मानव सभ्यता के शुरुआती दौर से ही चलना एक अनिवार्य काम था। चलना , दौड़ना, पीछा करना या जान बचाकर भागना…यह सब पाषाण युग से लेकर कृषि युग तक चलते रहे। औद्योगिक क्रांति और फिर संचार क्रांति ने सबकुछ पलट दिया। दुनिया 360° घूम गई या पूरी तरह से बदल गई। हम सबने न चलने […]

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हमें मूर्ख बनाते विज्ञापन

आज से कुछ साल पहले तक डेटॉल और लाइफ बॉय अपने साबुन के एड में दिखाते थे कि उनके प्रोडक्ट से 99% तक जर्म मर जाते हैं, सिर्फ लगाकर धोने भर से। अब इनके हैंडवॉश मार्केट में आये तो इन्होंने अपना नया एड बनाया और साबुन से घृणा करने के लिए बताया कि इसमें जर्म […]

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दूसरों से उम्मीद दुख का मूल

‘‘यदि हम ख़ुद को या दूसरों को ख़ुश करने के लिए कुछ बनाते हैं, तो समझिये कि रेत पर किला बना रहे हैं, यदि हम ईश्वर के प्रेम की ख़ातिर बना रहे हैं तो चट्टान पर बना रहे हैं।’’ – ओस्वाल्ड चैम्बर्स लोगों के दुःखी रहने का सबसे बड़ा कारण लोगों से आस लगाना है। […]

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ब्लैकमेल किये जाने पर क्या कदम उठाएं?

ज़िन्दगी में कोई भी कभी भी ब्लैकमेल हो सकता है। यह मज़ाक में किया जा सकता है या फिर क्रिमिनल स्तर पर। यह किसी जान पहचान वाले द्वारा किया जा सकता है या फिर किसी शातिर बदमाश के द्वारा। नेता, शातिर बदमाश, पत्रकार, पुलिस वाला, वकील, आपका ही कोई कर्मचारी, भूतपूर्व या वर्तमान प्रेमी या […]

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फेक न्यूज़ Vs हमारा मस्तिष्क

हमारा दिमाग जिस बात पर भरोसा करना चाहता है उसे पुख्ता करने के लिए वह सुबूत ढूंढता है, वह उसके लिए सकारात्मक तथ्यों को खोजना चाहता है जो उसके विश्वास को और मजबूती दे। जब उसे सुबूत मिलते जाते हैं तो उसका भरोसा पक्का होता चला जाता है चाहे वे सुबूत सच्चे हो या झूठे। […]

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इस पर विचार ज़रूर करें

एक मजदूर एक बड़ा सा पत्थर तोड़ने के लिए उसपर हथोड़े से चोट करता है… एक, दो, तीन…और पचासवीं चोट में वह पत्थर टूट जाता है। अब आप बताइये कि इस पूरी प्रक्रिया में किस नंबर की चोट सबसे महत्वपूर्ण थी जिससे वह चट्टान टूटी- पहली, दूसरी, दसवीं या फिर पचासवीं? जी हां, इस पूरी […]

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