भविष्य का वर्तमान न बिगाड़े

मेरे पास कुछ साल पहले एक बाबा अपना इलाज करवाने आए। उन्हें उनका एक भक्त लाया था। मैं उनके लिए परामर्श लिख रहा था और बीच बीच में कुछ और बात भी हो रही थी हमारी। उनके भक्त ने बोला कि डॉक्टर साहब यदि आप चाहें तो गुरुजी से आपके भविष्य के बारे में कुछ […]

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हर मुद्दे पर रोशनी डालती एक बेहद खूबसूरत किताब- हाशिए पर रौशनी

हाशिए पर रौशनी किताब के लेखक ध्रुव गुप्त जी को मैं फेसबुक के माध्यम से जानता हूँ और उनसे एक ही मुलाकात हुई है अब तक दिल्ली के विश्व पुस्तक मेले में, केवल 5 मिनट की। फेसबुक के वे मेरे सबसे पसंदीदा लेखक हैं। वे फेसबुक के ध्रुव तारा हैं। उनसे मेरी ही तरह कई […]

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तनाव का सदुपयोग करें

तनाव मनुष्य का एक ज़रूरी गुण है। आप शायद चोक गए होंगे या समझ रहे होंगे कि यहाँ कोई मिसप्रिंट हुआ है। नहीं प्रिय पाठकों आपने सही पढ़ा है कि तनाव या चिंता हम मनुष्यों का एक आवश्यक गुण है। मैं तो यह भी कहता हूँ कि तनाव के बिना मानव जाति कब की विलुप्त […]

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अब ज़रूरत है काऊ इंस्पेक्टर की

भोपाल से उज्जैन का वह सुहाना सफर था। मौसम खूबसूरत और बेहद रुमानी था। ड्राइव मैं ही कर रहा था। बहुत ही अच्छी तरह बनाया और मैनेज किया हाईवे देवास तक था। अमूमन सभी गाड़ियों की रफ्तार 80 से 100 के बीच होती है लेकिन इसबार यह 60 से 80 के बीच हो गई थी। […]

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जब मोबाइल आपको डराने लगे

याद कीजिए जब मोबाइल नहीं थे, लैंड लाइन भी नहीं के बराबर थे। उस वक़्त एक व्यक्ति विभिन्न जाति या संप्रदायों में संदेश वाहक होता था जो खबरें लेकर सभी जगह जाता था। वह व्यक्ति मृत्यु के संदेश भी लाता था और विवाह के भी। अगर वह एक ही महीने के अंदर कई शोक संदेश […]

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शत्रु के बिना एकता असंभव है

एक बड़े से मकान में 4 भाई रहते हैं और उनके बच्चे भी। उन चारों में आपस में बिल्कुल नहीं बनती और वे एक दूसरे से हद दर्जे की नफरत करते हैं। उनके बीच सुलह की कई लोगों ने कोशिश की। सुलह के लिए पड़ोसी, रिश्तेदार, गुरु, धर्मगुरु … सभी ने जी तोड़ कोशिश की […]

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जग में तो शरीर से बड़ा साथी नहीं कोई…

हमारे जन्म लेते ही एक चीज हमें दी जाती है और एक ही बार दी जाती है, वह है हमारा शरीर। यह जीवन गुज़ारने का एकमात्र साधन है जो हमें सर्वशक्तिमान ईश्वर या खुदा द्वारा दिया जाता है। केवल और केवल इसके साथ ही हमें जीवन गुज़ारना होता है। इसके बिना जीवन का अस्तित्व नहीं […]

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मैं रोज़ चमत्कार देखता हूँ और आप?

हम मनुष्य चमत्कार को नमस्कार करते हैं। जो भी अनोखी चीजें दिखती हैं उसके आगे नतमस्तक हो जाते हैं। चमत्कार करके दिखाने वाले के हम अनुयायी, भक्त या बंदे बन जाते हैं। बाबा, फ़क़ीर, जादूगरों, कलाबाजों और झाड़फूंक करने वालों को हमने भगवान तक का दर्जा दे रखा था और दे रखा है। पोटेशियम परमैंगनेट […]

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कई बार रोगियों को दवाओं की नहीं परोपकार की ज़रूरत होती है

पिछले साल की बारिश में जब सभी ओर हरियाली ने आनंद घोल रखा था तभी एक युवक को उसकी पत्नी बेहद बीमार हालात में मेरे पास लाई। उसके चेहरे पर बारिश के आनंद और सुकून की कोई मुस्कान नहीं थी जो हम सभी महसूस कर रहे थे। वह युवक पिछले तीन महीनों से परेशान था- […]

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21वी सदी की पीढ़ी को विचलित करती 19वी सदी की बीमार शिक्षा प्रणाली

एक बार जानवरों ने निर्णय लिया कि वे ‘‘नई दुनिया’’ की समस्याओं से निपटने के लिए साहसिक क़दम उठाएंगे। इसलिए उन्होंने एक स्कूल बनाया। उन्होंने इसका पाठ्यक्रम बनाया, जिसमें दौड़ना, चढ़ना, तैरना और उड़ना शामिल था। पाठ्यक्रम पढ़ाने में आसानी रहे, इसलिए सभी जानवरों को सभी विषय अनिवार्य रूप से लेने थे। बत्तख तैरने में […]

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